15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों की ग़ुलामी से आजाद हुआ था। भारत को आज़ाद कराने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। शहीदों की कुर्बानी को याद करने के लिए हम हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मनाते हैं।
इस बार यानि कि 15 अगस्त, 2020 को 74 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से 7 वीं बार ध्वजा रोहण करेंगे।
15 अगस्त के दिन स्कूलों, कॉलेजों, बैंकों, सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। इस दिन स्कूलों/ कॉलेजों में कई प्रकार की प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं जैसे निबंध, भाषण, कविता और नाटक। निबंध प्रतियोगिता (Essay Competition) में भाग लेने वाले अभ्यार्थियों को कुछ निर्धारित शब्दों जैसे 200, 300, 500 या 1000 शब्दों, जो भी निर्धारित किया गया हो, में किसी खास विषय पर लिखना होता है।
अगर आप भी 15 अगस्त की निबंध प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते हैं तो आप ये निबंध पढ़ कर ये जान सकते हैं कि अच्छा निबंध कैसे लिखना है। आखिरी में मैंने आपको अच्छा निबंध लिखने की कुछ टिप्स भी बताई हैं इसलिए आप इसे पूरा पढ़ें।
15 अगस्त,1947 का दिन भारत के इतिहास का सबसे गौरवशाली दिन था। इस दिन भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने देश को अंग्रेजों की ग़ुलामी की जंजीरों से आज़ाद कराया था। अंग्रेजों ने हमारे देश पर 200 सालों तक राज किया। स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए समय-समय पर अनेक देशभक्तों ने अपनी कुर्बानी दी थी। भारत के महान शहीद अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ते हुए हँसते हँसते फांसी के फंदे पर झूल गए लेकिन कभी अंग्रेजों के आगे घुटने नहीं टेके। स्वतंत्रता के लिए ये संघर्ष वर्षों तक चला और अंततः 15 अगस्त, 1947 को हमारा देश आज़ाद हुआ।
अंग्रेजी हुकूमत से लड़ते हुए भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, खुदीराम बोस, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, सुभाष चंद्र बोस जैसे अनेक देशभक्तों ने अपनी जान न्यौछावर की थी। स्वतंत्रता प्राप्ति में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी का अहम् योगदान था, उन्होंने ही ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो‘ का नारा दिया था। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री बने और संसद में भाषण दिया जिसे ‘ट्रिस्ट विद डेस्टनी‘ के नाम से जाना जाता है। इसके बाद 16 अगस्त को लाल किले से जवाहर लाल नेहरू द्वारा राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा‘ फहराया गया।
15 अगस्त के दिन भारत अंग्रेजों की ग़ुलामी से स्वतंत्र हुआ था इसलिए इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ फहराते हैं तत्पश्चात राष्ट्र गान गाया जाता है और 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है। इसके एक दिन पहले यानि की 14 अगस्त को राष्ट्रपति महोदय देश को सम्बोधित करते हैं। इस दिन स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी विभागों, बैंकों आदि जगहों पर ध्वजारोहण का कार्यक्रम कर मिठाई बांटी जाती है और अमर शहीदों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। इस दिन लोग देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होते हैं, देशभक्ति के गीत हर जगह सुनाई देते हैं।
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प्रस्तावना- आज हम स्वतंत्र हैं, हमारे पास अधिकार हैं, हम अपनी बात को आसानी से सरकार तक पहुंचा सकते हैं, अपना विरोध प्रकट कर सकते हैं और अपनी मर्जी का काम कर सकते हैं बशर्ते वो काम क़ानूनी तौर पर सही हो। इसलिए हो सकता है कि हम उस बात का अंदाजा ना लगा पाएं कि गुलामी क्या होती है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुतियां देकर इस देश को आज़ाद कराया है इसलिए 15 अगस्त के दिन हम उन अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं।
अंग्रेजों से आज़ादी- अंग्रेज सबसे पहले भारत में व्यापार के उद्देश्य से आये थे। धीरे-धीरे उन्होंने दूसरे देशों की कंपनियों को अपनी कूटनीति से यहाँ से बाहर भगा दिया और व्यापार में एकाधिकार प्राप्त कर लिया। बाद में जब उनकी शक्ति बढ़ी तो उन्होंने बंगाल पर कब्ज़ा कर लिया और फिर धीरे-धीरे भारत के अधिकांश भूभाग पर कब्ज़ा कर लिया। अंग्रेज अपनी फूट डालो और राज करो की नीति के लिए जाने जाते थे।
अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सबसे पहला विद्रोह सन्यासियों द्वारा किया गया था। उसके बाद मंगल पांडे द्वारा गाय और सूअर की चर्बी से बने बन्दूक के कारतूस को मुंह से ना छीलने पर उसे फांसी देने के बाद 1857 की क्रांति की शुरुआत हुई। हांलांकि, ये क्रांति असफल रही थी। इसके बाद अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जगह-जगह विद्रोह और आंदोलन हुए। भारत को आजाद कराने में महात्मा गाँधी, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, खुदीराम बोस, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और सुभाष चंद्र बोस जैसे महान क्रांतिकारियों का योगदान रहा है।
स्वतंत्रता दिवस का दिन- स्वतंत्रता सेनानियों के दृढ़ संकल्प के कारण 15 अगस्त, 1947 को हमारा देश आज़ाद हुआ। आज़ादी के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू को भारत का प्रथम प्रधानमंत्री चुना गया। प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने संसद में भाषण दिया जिसे ‘ट्रिस्ट विद डेस्टनी‘ के नाम से जाना जाता है। इसके बाद उन्होंने 16 अगस्त को लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा‘ फहराया गया। तब से हर साल 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले से ध्वजा रोहण किया जाता है।
स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय त्यौहार है इसलिए इस दिन अवकाश होता है। इस दिन सभी स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी विभागों, बैंकों आदि जगहों पर राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ फहराया जाता है और शहीदों की कुर्बानियों को याद किया जाता है। स्वतंत्रता का जश्न मनाया जाता है और मिठाई बांटी जाती है। जगह-जगह अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
उपसंहार- स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत को आज़ाद कराने के लिए बहुत बड़ी कीमत चुकाई है इसलिए हमें उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए। उनके बलिदान के कारण ही आज हम आजादी की सांसे ले पा रहे हैं। इस दिन को हमें अन्य त्योहारों की तरह ही बड़े उत्साह और उमंग से मनाना चाहिए और साथ ही ये प्रतिज्ञा भी करनी चाहिए कि हम इस देश को इतना मजबूत बनाएंगे कि फिर कोई भी देश हमें ग़ुलाम ना बना सके। जय हिन्द, जय भारत।
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एक अच्छा निबंध लिखने के लिए हमें कुछ बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है जैसे:-
1. आप जो निबंध लिख रहे हैं वो सरल और स्पष्ट भाषा में होना चाहिए।
2. निबंध लिखते वक्त शब्दों की सीमा का ध्यान रखें।
3. कोशिश करनी चाहिए कि निबंध में त्रुटियां ना हों या बहुत कम हों इसके लिए आपको निबंध पूरा लिखने के बाद एक बार जरूर पढ़ना चाहिए।
4. आप जो भी वाक्य लिखें ध्यान रखें कि उसकी पुनरावृत्ति ना हो।
5. विराम चिन्हों का सही जगह उपयोग करें क्योंकि उनका गलत जगह उपयोग करने पर वाक्य का अर्थ बदल जाता है।
उम्मीद है आपको 15 अगस्त पर निबंध (Independence day Essay in Hindi) पसंद आये होंगे। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी हो तो लाइक जरूर करें। अगर आपको कुछ पूंछना है तो आप बेहिचक कमेंट बॉक्स में पूंछ सकते हैं। धन्यवाद…
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